नंदसुत चुपकै माखन खात लीरिक्स
Nandasut Chupakai Maakhan Khaat Lyrics
नंदसुत चुपकै माखन खात ।
ठादो चकित चहूँ दिसि चितवत, मंद-मंद मुसुकात ।।
मथनीमहँ कोमल कर डारे, भाजनकी ठहरात ।
जो पावत सो लेत ढीठ ठि, नैकहु नाहिं डेरात ।।
देखति दूरि ग्वालिनीं ठाढीं, मन धरिबेकी घात ।
स्याम-ब्रह्मकी माधुरि लीला निरखि-निर्राख हरखात ।।