माघव हौं तुम्हरे संग जैहौं
Maghav Haun Tumhare Sang Jaihaun Lyrics
माघव ! हौं तुम्हरे संग जैहौं ।
तुम्हरे बिना न एक पल रहिहौं, लोक-लाज कुलकानि नसैहौं ।॥
बरजी नहिं रहिहौं काहूकी, जो बाँधहिं तो बंधन खैहौं ।
जड़ तनु तजिहौं, यह मन, प्रिय सँग प्रानहिं अवसि पठैहौं ।॥
मिलिहौं जाइ तहाँ प्रियतममें, जिमि सागर बिच लहर, समैहौं ।
स्याम बदनमइँ स्याम रंग रचि, स्यामरूप लहि अति सुख पैहौं ।॥