नाथ मनें अबकी बार बचाओ
Naath Manen Abakee Baar Bachao Lyrics
(मारवाड़ी बोली)
नाथ मनें अबकी बार बचाओ । टेक ।
फस्यो आय मैं भँवर-जाळ, निकलणकी बाट बताओ ।
रस्तो भूल्यो, मिल्यो अँधेरो, मारग आप दिखाओ ।।
दुखियानैं उद्धार करणको, थारै घणो उमाओ ।
मेरै जिस्यो दुखी कुण जग मैं, प्रभुजी ! आप बताओ ।।
भोत कष्ट मैं भुगत्या स्वामी, अब तो फंद कटाओ ।
धीरज गई, धरम भी छूटयो, आफत आप मिटाओ ।।
आरत भोत हो रहयो प्रभुजी, अब मत बार लगाओ ।
करो माफ तकसीर दासकी, सरण मनें बकसाओ ।।